अर्थ : पाण्डु का मँझला पुत्र। महाभारत का एक पात्र एवं सबसे महान धनुर्द्धर योद्धाओं में से एक।
उदाहरण :
कुन्ती पुत्र अर्जुन बहुत बड़े धनुर्धर थे।
पर्यायवाची : अनघ, अनीलबाजी, अर्जुन, ऐंद्र, ऐन्द्र, किरीटमाली, कौंतेय, कौन्तेय, धंवी, धनंजय, धनञ्जय, नर, पाकशासनि, पार्थ, बासवी, भारत, शक्रनंदन, शक्रनन्दन, शक्रात्मज, श्वेतवाह, श्वेतवाहन, सव्यसाची, सुनर
अर्थ : वह जो धनुष धारण करता हो।
उदाहरण :
ऋषि ने देखा कि साधु वेश में दो धनुर्धर वन में विचरण कर रहे हैं।
पर्यायवाची : इषु-धर, इषुधर, इषूमान, कमनैत, तीरंदाज, तीरंदाज़, धंवी, धनुधर, धनुर्ग्रह, धनुर्ग्राह, धनुर्द्धर, धनुर्द्धारी, धनुर्धर, धनुर्धारी, धनुर्भृत, धनुषधारी, धानक, धानकी, धानुक, धानुष्क, बानैत, शारंगधारी
अर्थ : एक बड़ा औषधीय पेड़ जो लगभग साठ से अस्सी फुट ऊँचा होता है।
उदाहरण :
अर्जुन की लकड़ी बहुत उपयोगी होती है एवं छाल औषध के रूप में प्रयोग की जाती है।
पर्यायवाची : अर्जुन, अर्जुननामाख्य, अर्जुनवृक्ष, इंद्रतरु, इंद्रद्रुम, इन्द्रतरु, इन्द्रद्रुम, ककुभ, घवल, धंवी, धनंजय, धनञ्जय, नदीसर्ज, पुष्पफल, विरातक, वैरांतक, वैरातङ्क, शक्र
अर्थ : एक सदाबहार वृक्ष का फूल।
उदाहरण :
मौलसिरी की सुगंध तीव्र होती है।
पर्यायवाची : चिरपुष्प, धंवी, बकुल, बकुली, बौलसिरी, मदनक, मद्यमोद, मुलसरी, मौरिसिरी, मौलश्री, मौलसिरी, वकुल, वकुली, वसु, शारद, शीधुगंध, शीधुगन्ध, सिंधुपुष्प, सिंहकेशर, सिंहकेसर, सिन्धुपुष्प, सीधुगंध, सीधुगन्ध, सीधुपुष्प, सीधुसंज्ञ
अर्थ : एक बड़ा सदाबहार वृक्ष जिसमें छोटे सुगंधित फूल लगते हैं।
उदाहरण :
वह मौलसिरी पर चढ़कर फूल तोड़ रहा है।
पर्यायवाची : चिरपुष्प, धंवी, बकुल, बकुली, बौलसिरी, मदनक, मद्यमोद, मुलसरी, मौरिसिरी, मौलश्री, मौलसिरी, वकुल, वकुली, वसु, विशारद, शारद, शीधुगंध, शीधुगन्ध, सिंधुपुष्प, सिंहकेशर, सिंहकेसर, सिन्धुपुष्प, सीधुगंध, सीधुगन्ध, सीधुपुष्प, सीधुसंज्ञ
अर्थ : हिन्दुओं के एक प्रमुख देवता जो सृष्टि का पालन करने वाले माने जाते हैं।
उदाहरण :
राम और कृष्ण विष्णु के ही अवतार हैं।
पर्यायवाची : अंबरीष, अक्षर, अच्युत, अनीश, अन्नाद, अब्धिशय, अब्धिशयन, अमरप्रभु, अमृतवपु, अम्बरीष, अरविंद नयन, अरविन्द नयन, अरुण-ज्योति, अरुणज्योति, असुरारि, इंदिरा रमण, कमलनयन, कमलनाभ, कमलनाभि, कमलापति, कमलेश, कमलेश्वर, कुंडली, कुण्डली, केशव, कैटभारि, खगासन, खरारि, खरारी, गजाधर, गरुड़गामी, गरुड़ध्वज, चक्रधर, चक्रपाणि, चक्रेश्वर, चिरंजीव, जगदीश, जगदीश्वर, जगद्योनि, जगन्, जनार्दन, जनेश्वर, डाकोर, त्रिलोकीनाथ, त्रिलोकेश, त्रिविक्रम, दम, दामोदर, देवाधिदेव, देवेश्वर, धंवी, धातृ, धाम, नारायण, पद्म-नाभ, पद्मनाभ, पुंडरीकाक्ष, फणितल्पग, बाणारि, बैकुंठनाथ, मधुसूदन, महाक्ष, महागर्भ, महानारायण, महाभाग, महेंद्र, महेन्द्र, माधव, माल, रत्ननाभ, रमाकांत, रमाकान्त, रमाधव, रमानाथ, रमानिवास, रमापति, रमारमण, रमेश, लक्ष्मीकांत, लक्ष्मीकान्त, लक्ष्मीपति, वंश, वर्द्धमान, वर्धमान, वसुधाधर, वारुणीश, वासु, विधु, विभु, विश्वंभर, विश्वकाय, विश्वगर्भ, विश्वधर, विश्वनाभ, विश्वप्रबोध, विश्वबाहु, विश्वम्भर, विष्णु, वीरबाहु, वैकुंठनाथ, व्यंकटेश्वर, शतानंद, शतानन्द, शारंगपाणि, शारंगपानि, शिखंडी, शिखण्डी, शुद्धोदनि, शून्य, शेषशायी, श्रीकांत, श्रीकान्त, श्रीनाथ, श्रीनिवास, श्रीपति, श्रीरमण, श्रीश, सत्य-नारायण, सत्यनारायण, सर्व, सर्वेश्वर, सहस्रचरण, सहस्रचित्त, सहस्रजित्, सारंगपाणि, सुप्रसाद, सुरेश, स्वर्णबिंदु, स्वर्णबिन्दु, हरि, हिरण्यकेश, हिरण्यगर्भ, हृषिकेश, हृषीकेश